अंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग को मिली बड़ी सौगात, चार साल से अटका निर्माण कार्य अब होगा शुरू


 

रायपुर। राजधानी रायपुर स्थित अंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग की बहुप्रतीक्षित बिल्डिंग निर्माण को आखिरकार शासन की मंजूरी मिल गई है। पिछले चार वर्षों से लंबित इस प्रोजेक्ट को 25 जुलाई को प्रशासनिक स्वीकृति और 28 जुलाई को वित्तीय मंजूरी प्राप्त हुई है। इसके तहत कैंसर विभाग की मौजूदा बिल्डिंग के ऊपर पांच मंजिला अतिरिक्त भवन का निर्माण किया जाएगा। इस निर्माण कार्य के लिए कुल 39 करोड़ 36 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।

प्रदेशभर से आते हैं कैंसर मरीज
अंबेडकर अस्पताल का कैंसर विभाग छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े चिकित्सा केंद्रों में से एक है, जहां हर वर्ष हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं। मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण विभाग में जगह की भारी कमी हो रही थी। ओपीडी में रोजाना सैकड़ों मरीज पहुंचते हैं, और वर्तमान ढांचे में उनकी उचित देखभाल और इलाज में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।

15 साल पुरानी अधूरी इमारत बनेगी पूर्ण
कैंसर विभाग की मौजूदा बिल्डिंग का निर्माण करीब 15 साल पहले हुआ था। उस समय योजना 9 मंजिला भवन की थी, लेकिन शासन से केवल दो मंजिल बनाने की अनुमति मिली थी। पीडब्ल्यूडी ने दो मंजिल का निर्माण कर काम रोक दिया। वर्ष 2023 में शासन ने बिल्डिंग को 7 मंजिला तक विस्तारित करने की अनुमति दी, लेकिन इसके बाद सुरक्षा कारणों से निर्माण कार्य फिर ठप हो गया।

सुरक्षा जांच में सामने आया सच
अस्पताल प्रबंधन ने बिल्डिंग की मजबूती को लेकर पीडब्ल्यूडी को जांच के निर्देश दिए। इसके बाद रायपुर एनआईटी के इंजीनियरों से संरचना की मजबूती की जांच कराई गई। जांच में पता चला कि यह इमारत अधिकतम सात मंजिला ही बनाई जा सकती है। इसके चलते पीडब्ल्यूडी ने बिल्डिंग की ऊंचाई को घटाकर नया प्रस्ताव तैयार किया और एक मंजिला कम करने के लिए अस्पताल प्रबंधन से अनुमोदन मांगा।

फाइल अटकी रही, मरीज होते रहे परेशान
जब अस्पताल प्रबंधन ने मंजूरी देने के बजाय पूरी फाइल शासन को भेज दी, तब से यह मामला मुख्यालय में लंबित पड़ा रहा। इस दौरान विभाग में आने वाले मरीजों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। हर साल बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए नए भवन की जरूरत और भी ज्यादा महसूस की जा रही थी।

अब एक महीने में जारी होगा टेंडर
अब जबकि निर्माण के लिए फंड की मंजूरी मिल चुकी है, पीडब्ल्यूडी आगामी एक महीने के भीतर निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी करेगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा। ठेका एजेंसी को दो साल के भीतर यह निर्माण कार्य पूर्ण करना होगा।

मरीजों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
पांच मंजिल के इस नए भवन में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों, जांच प्रयोगशालाओं, वार्ड्स, आईसीयू और मरीजों के लिए प्रतीक्षालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे न केवल उपचार की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि मरीजों की देखभाल भी बेहतर ढंग से हो सकेगी।

शासन और अस्पताल प्रबंधन की पहल रंग लाई
इस निर्माण कार्य को लेकर लंबे समय से अस्पताल प्रबंधन और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की लगातार कोशिशें जारी थीं। अंततः 25 जुलाई को शासन से निर्माण कार्य के लिए स्वीकृति प्राप्त हुई, जिससे चार साल से अटका यह प्रोजेक्ट अब मूर्त रूप ले सकेगा।

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