कोरबा के बरपाली गांव में शराब दुकान को लेकर विवाद, ग्रामसभा का प्रस्ताव और दो पक्ष आमने-सामने


 

कोरबा जिले के बरपाली गांव में अंग्रेजी शराब दुकान और अहाता सेंटर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विवाद इतना गहरा गया है कि अब यह पंचायत स्तर से लेकर पुलिस तक पहुंच चुका है। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और लोग इसे लेकर अलग-अलग राय दे रहे हैं।

मामला कैसे शुरू हुआ

बरपाली गांव में संचालित अंग्रेजी शराब दुकान और उसके पास ही चल रहे अहाता सेंटर का संचालन राजेश शर्मा कर रहे हैं। राजेश शर्मा का आरोप है कि उनकी पड़ोसन कैला रात्रे अपने घर और दुकान में अवैध रूप से शराब परोसती हैं। उनका कहना है कि नियमों के अनुसार अहाता सेंटर में सिर्फ खाने-पीने का सामान यानी चखना बेचा जा सकता है, लेकिन कैला रात्रे ने इसे नजरअंदाज कर शराब की बिक्री शुरू कर दी।

राजेश शर्मा का कहना है कि जब उन्होंने कैला रात्रे को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने इस बात को व्यक्तिगत मुद्दा बना लिया। इसके बाद से दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया।

ग्रामसभा में हुआ प्रस्ताव

21 अगस्त को बरपाली गांव में ग्रामसभा का आयोजन किया गया। इस सभा में गांव के सरपंच और पंचायत सदस्यों ने अंग्रेजी शराब दुकान को गांव से हटाने का प्रस्ताव पारित किया। ग्रामीणों का तर्क था कि शराब दुकान के कारण गांव का माहौल बिगड़ रहा है और आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है।

हालांकि, कैला रात्रे ने ग्रामसभा के इस फैसले को मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय एकतरफा है और उनकी राय के बिना लिया गया है। इस कारण गांव के भीतर ही मतभेद और गहरे हो गए।

अहाता सेंटर में तोड़फोड़ और मारपीट

राजेश शर्मा का आरोप है कि कैला रात्रे ने अपने परिचित प्रकाश दास महंत उर्फ पड़की को शराब पिलाकर उनके अहाता सेंटर में तोड़फोड़ करवाई। इस दौरान प्रकाश ने उनके साथ मारपीट की और परिवार को गालियां भी दीं। बचाव के दौरान राजेश शर्मा को चोटें आईं।

घटना के बाद से गांव में माहौल और बिगड़ गया। ग्रामीणों का कहना है कि शराब दुकान और उससे जुड़े विवाद के कारण लगातार तनाव बना हुआ है।

प्रशासन और पुलिस की भूमिका

राजेश शर्मा ने इस विवाद की शिकायत जिला आयुक्त से की। हालांकि आयुक्त का कहना था कि पूरे जिले में कई मामले होते हैं और वे केवल एक ही प्रकरण पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकतीं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, उरगा थाना प्रभारी राजेश तिवारी ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस इस समय पूरे मामले की जांच कर रही है और साक्ष्य जुटा रही है। तिवारी ने आश्वासन दिया कि निष्पक्ष जांच होगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गांव में तनाव का माहौल

बरपाली गांव में यह विवाद अब चर्चा का बड़ा विषय बन गया है। एक ओर जहां ग्रामीण शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर संबंधित पक्ष अपने-अपने पक्ष में तर्क दे रहे हैं। गांव के कई लोग मानते हैं कि शराब दुकान और अवैध बिक्री के कारण सामाजिक माहौल खराब हो रहा है और झगड़े बढ़ रहे हैं।

ग्रामसभा का प्रस्ताव पारित होना इस बात का संकेत है कि गांव का बड़ा हिस्सा शराब दुकान का विरोध कर रहा है। लेकिन कैला रात्रे और उनके समर्थकों का रुख अलग है। इसी कारण यह विवाद और गहरा गया है।

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