बिलासपुर जिले में इस बार समय से पहले सक्रिय मानसून और लगातार बारिश ने न केवल राहत दी है, बल्कि जिले के जलाशयों को पूरी तरह भर भी दिया है। खूंटाघाट डैम (खारंग जलाशय), खुड़िया बांध और अरपा भैंसाझार बैराज जैसे प्रमुख जलस्रोतों में पानी लबालब भर चुका है। खूंटाघाट बांध में तो 101 फीसदी से अधिक पानी भर चुका है और वेस्ट वियर से बहाव शुरू हो गया है। यह लगातार चौथा साल है जब जुलाई के अंत और अगस्त के शुरू में ही डैम का ओवरफ्लो देखने को मिला है।
डैम के लबालब भरने से पर्यटकों की भीड़
डैम के वेस्ट वियर से बहते पानी और आसपास के मनमोहक प्राकृतिक दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचने लगे हैं। रतनपुर और कोटा क्षेत्र स्थित खूंटाघाट और कोरी डैम पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं। शांत वातावरण, बहते झरने जैसे दृश्य और हरियाली लोगों को आकर्षित कर रही है।
प्रशासन ने लिया संज्ञान, पुलिस कर रही निगरानी
जैसे-जैसे पर्यटकों की संख्या बढ़ी, वैसे ही संभावित हादसों को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस द्वारा लगातार माइक से अनाउंसमेंट कर लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि पानी का बहाव तेज है और जलधारा के पास न जाएं। साथ ही किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों, जैसे शराबखोरी, जुआ और हुड़दंग पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
कोटा थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग के नेतृत्व में कोरी डेम क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। नशेड़ी, जुआरी और उत्पात मचाने वालों पर कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन से अधिक लोगों को पकड़ा गया है। कुछ मामलों में तो पुलिस ने मौके पर ही जमकर फटकार लगाई और संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।
डैम के गेट 3 अगस्त को खुलेंगे
जल उपयोगिता समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि 3 अगस्त को खूंटाघाट बांध के गेट खोले जाएंगे। बांध के बाएं मुख्य नहर से 100 क्यूसेक और दाएं मुख्य नहर से 50 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर संजय अग्रवाल ने की और जल संसाधन विभाग के अभियंता मधुचंद्रा ने आंकड़े प्रस्तुत किए।
खूंटाघाट बांध में वर्तमान में 106.76 प्रतिशत पानी है, जबकि अरपा भैंसाझार में 20.06 प्रतिशत जल भंडारण दर्ज किया गया है। वहीं, जिले के अन्य प्रमुख जलाशयों जैसे घोंघा जलाशय में 101.89 प्रतिशत, खारंग क्षेत्र के 50 जलाशयों में 81.63 प्रतिशत, कोटा के 36 जलाशयों में 91.33 प्रतिशत और पेण्ड्रा के 17 जलाशयों में 83.87 प्रतिशत पानी भरा हुआ है।
सिंचाई के लिए भरपूर पानी
इस साल अच्छी बारिश के चलते जिले में जलाशयों की स्थिति संतोषजनक है और 1 लाख 25 हजार 181 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य तय किया गया है। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, जो पिछले वर्षों की तुलना में इस बार अधिक उत्पादन कर सकेंगे।
पिछले वर्षों की स्थिति
खूंटाघाट डैम में पिछले कुछ वर्षों से लगातार ओवरफ्लो हो रहा है। 2011 में डैम 7 सितंबर को ओवरफ्लो हुआ था और 31 दिन तक पानी छलकता रहा। वहीं 2020, 2021, 2022, 2023 और अब 2024 में भी जुलाई-अगस्त में डैम पूरी तरह भरकर बहने लगा है। यह दर्शाता है कि क्षेत्र में जल संसाधनों की स्थिति बेहतर हो रही है।
पर्यटन और सुरक्षा दोनों प्राथमिकता
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि पर्यटन को बढ़ावा देना है, लेकिन सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। इसलिए लगातार पुलिस तैनात की जा रही है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। साथ ही जलाशयों के पास चेतावनी बोर्ड लगाए जा रहे हैं और सुरक्षा बैरिकेडिंग का भी इंतजाम किया जा रहा है।