रायपुर: कार शोरूम की लिफ्ट से गिरा कर्मचारी, हालत नाजुक – परिजनों ने उठाए सुरक्षा पर सवाल


 

रायपुर के सरोना क्षेत्र स्थित एक एमजी हेक्टर कार शोरूम में कार्यरत 25 वर्षीय युवक राज के साथ हुए हादसे ने शहर में कामकाजी लोगों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 3 अगस्त की शाम करीब 4 बजे हुए इस हादसे में राज कार को लिफ्ट से नीचे उतार रहा था, तभी वह अचानक लिफ्ट से गिर पड़ा। गिरने से उसके दोनों पैर टूट गए और सिर पर गंभीर चोट आई। इस समय वह रायपुर के एक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।

हादसे की पूरी कहानी

घटना डीडी नगर थाना क्षेत्र की है। प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, राज शोरूम में अपनी ड्यूटी पर था। वह कार को लिफ्ट से नीचे ला रहा था, तभी अचानक संतुलन बिगड़ गया और वह लिफ्ट से नीचे गिर पड़ा। हादसे के बाद उसे तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है।

शोरूम प्रबंधन ने दावा किया है कि राज लिफ्ट में फोन पर बात कर रहा था और सिक्योरिटी गार्ड द्वारा आवाज देने के बावजूद उसने ध्यान नहीं दिया, जिससे हादसा हुआ। वहीं दूसरी ओर, परिजनों का कहना है कि यह हादसा शोरूम की लापरवाही के कारण हुआ है। उनका आरोप है कि लिफ्ट में कोई सुरक्षा उपकरण, गार्ड रेलिंग या अलार्म सिस्टम मौजूद नहीं था, जिससे गिरने से बचा जा सके।

परिजनों का आरोप – सुरक्षा मानकों की अनदेखी

घायल राज के परिवार ने शोरूम प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि हादसे की जानकारी उन्हें देर से दी गई और शुरुआत में स्थिति की गंभीरता को भी छिपाया गया। जब परिवार ने सीसीटीवी फुटेज की मांग की, तो शुरुआत में उन्हें दिखाने से इनकार कर दिया गया। हालांकि बाद में पुलिस के दबाव पर प्रबंधन ने करीब साढ़े 4 मिनट का वीडियो थाने को सौंपा।

राज के छोटे भाई ने बताया कि वह ही पूरे परिवार का एकमात्र सहारा है। उसके ऊपर बूढ़े माता-पिता और छोटे भाई की जिम्मेदारी है। परिवार का कहना है कि सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि न्याय भी चाहिए। वे चाहते हैं कि शोरूम और कंपनी पूरा इलाज करवाए, साथ ही इस लापरवाही की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।

प्रबंधन का पक्ष

शोरूम प्रबंधन ने बयान में कहा है कि हादसे के तुरंत बाद घायल को अस्पताल ले जाया गया और उसका इलाज अपने खर्च पर कराया जा रहा है। प्रबंधन का दावा है कि उन्होंने एक घंटे के भीतर पुलिस को सूचना दी और जांच में सहयोग भी किया।

अब क्या मांग रही है पीड़ित का परिवार

परिजनों की मुख्य मांगें हैं:

  • शोरूम व कंपनी इलाज का पूरा खर्च उठाए

  • घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो

  • सुरक्षा मानकों को शोरूम में तत्काल लागू किया जाए

  • लापरवाही के जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए

  • पीड़ित के परिवार को मुआवजा दिया जाए

घटना ने उठाए कई सवाल

यह घटना कई ऐसे सवालों को जन्म देती है जो बड़े शोरूम और औद्योगिक स्थलों की कार्यस्थल सुरक्षा को लेकर हैं। क्या कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है? क्या लिफ्ट और उपकरणों की नियमित जांच होती है? क्या आपातकालीन स्थितियों के लिए कोई व्यवस्था है? ऐसे सवालों के जवाब प्रशासन और कंपनियों को देने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।

पुलिस जांच जारी

डीडी नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस ने CCTV फुटेज जब्त कर लिए हैं और दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि हादसे में किसकी गलती थी – कर्मचारी की लापरवाही या शोरूम की लापरवाही।

Post a Comment

Previous Post Next Post