छत्तीसगढ़ स्थानीय निकाय चुनाव 2025: चुनाव खत्म, अब मनरेगा के काम में आएगी रफ्तार!
चुनावी प्रचार में व्यस्त रहे मजदूर, मनरेगा के कई प्रोजेक्ट अटके
रायपुर जिले में हुए स्थानीय निकाय चुनाव 2025 का असर विकास कार्यों पर साफ नजर आया। चुनाव प्रचार में बेहतर मजदूरी मिलने के कारण हजारों मजदूर मनरेगा के कामकाज को छोड़कर चुनावी गतिविधियों में जुट गए थे, जिससे जिले में तालाबों के गहरीकरण समेत कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट रुक गए।
अब जब चुनाव खत्म हो चुके हैं, मजदूर फिर से काम पर लौटने लगे हैं, जिससे मनरेगा के कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।
चुनाव में ज्यादा पैसे, मनरेगा का काम ठप!
ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत तालाबों के गहरीकरण का काम जारी था, लेकिन चुनाव प्रचार में मजदूरों को ज्यादा मजदूरी मिलने लगी, जिससे वे मनरेगा छोड़कर चुनावी रैलियों और सभाओं में शामिल हो गए।
क्यों प्रभावित हुआ मनरेगा का काम?
✅ चुनावी प्रचार में मजदूरों की भारी भागीदारी
✅ निर्माण कार्यों के लिए श्रमिकों की कमी
✅ तालाबों के गहरीकरण में देरी, जिससे जल संरक्षण कार्य रुका
✅ विभागीय योजनाओं पर पड़ा सीधा असर
अब जब चुनाव खत्म हो गया है, मजदूर वापस लौटने लगे हैं और मनरेगा का काम फिर से गति पकड़ रहा है
1077 तालाबों का गहरीकरण जल्द पूरा होगा
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पिछले दो वर्षों में 1723 तालाबों के गहरीकरण का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 646 तालाबों का काम पूरा हो चुका है, जबकि 1077 तालाबों का कार्य अधूरा पड़ा था।
गहरीकरण कार्य में देरी की मुख्य वजहें:
📌 चुनाव के कारण मजदूरों की कमी
📌 धान कटाई और खरीदी में मजदूरों की व्यस्तता
📌 मौसम की बाधाएं और विभागीय चुनौतियां
अब विभाग ने इन सभी अधूरे कार्यों को तेजी से पूरा करने की योजना बनाई है, जिससे जल संरक्षण के प्रयासों को मजबूती मिलेगी।
गर्मी में मजदूरों की बढ़ेगी संख्या, तेज होगी प्रगति
हर साल गर्मी के महीनों में मनरेगा के तहत 1 लाख से ज्यादा मजदूरों की जरूरत होती है।
अब जब धान की कटाई और चुनावी सरगर्मियां खत्म हो चुकी हैं, मजदूरों के पास फिर से स्थायी रोजगार उपलब्ध है।
➡️ अब तक 50 हजार से ज्यादा मजदूर काम पर लौट चुके हैं।
➡️ आने वाले हफ्तों में यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
➡️ तालाबों के गहरीकरण कार्य को अब गति मिलेगी।
अधिकारियों का क्या कहना है?
🗣️ "मजदूरों की वापसी से मनरेगा के अधूरे कार्यों में तेजी आई है। हम गर्मी के महीनों में तालाबों के गहरीकरण को पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।"
— रोशनी तिवारी, जिला सहायक परियोजना अधिकारी, मनरेगा
जल संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा, गांवों में बढ़ेगा जलस्तर
अब जब मजदूर फिर से मनरेगा के प्रोजेक्ट्स में सक्रिय हो गए हैं, तो विभाग ने कार्य को तेजी से पूरा करने की रणनीति बना ली है।
✅ तालाबों का गहरीकरण जल्द पूरा होगा
✅ गर्मी में जल संकट कम करने में मिलेगी मदद
✅ गांवों में जल संसाधन बेहतर होंगे
चुनावी व्यस्तता से लौटे मजदूर अब मनरेगा में नई ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं, जिससे आने वाले महीनों में जल संरक्षण के प्रयासों को मजबूती मिलेगी। गर्मी के मौसम में तालाबों के गहरीकरण से ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट कम करने में बड़ी मदद मिलेगी!
