CG News: चैतन्य बघेल को ईडी का समन, पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान – "नोटिस नहीं मिला, तो पेश होने का सवाल ही नहीं"

CG News: चैतन्य बघेल को ईडी का समन, पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान – "नोटिस नहीं मिला, तो पेश होने का सवाल ही नहीं"

छत्तीसगढ़ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा कथित रूप से तलब किए जाने को लेकर बड़ा राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। इस पर पूर्व सीएम बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

भूपेश बघेल ने क्या कहा?

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा कि—

"अब तक हमें कोई नोटिस नहीं मिला है, इसलिए पेश होने का कोई सवाल ही नहीं उठता। अगर नोटिस मिलता है, तो हम ईडी के सामने जरूर पेश होंगे।"


उन्होंने ईडी की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा के

"एजेंसियां जानबूझकर मीडिया में माहौल बनाने के लिए काम कर रही हैं। इनका मकसद विपक्षी नेताओं को बदनाम करना है। भाजपा इसी तरह जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है।"

आज ईडी कार्यालय में होंगे चैतन्य बघेल

हालांकि, सूत्रों के अनुसार चैतन्य बघेल आज शनिवार को ईडी कार्यालय में पेश होंगे। संभावना है कि वे ईडी की छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों पर अपनी सफाई दे सकते हैं।

गौरतलब है कि 10 मार्च को ईडी ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के निवास सहित 14 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान 22 करोड़ रुपये कैश और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए थे। इसके बाद ईडी ने चैतन्य बघेल को समन भेजा।

क्या है 2000 करोड़ का शराब घोटाला?

ईडी की जांच के अनुसार, पूर्व कांग्रेस सरकार में उच्च स्तरीय अधिकारियों, राजनीतिक नेताओं और निजी कारोबारियों का एक सिंडिकेट शराब व्यापार में भ्रष्टाचार कर रहा था।

➡️ 2019-22 के बीच करीब 2000 करोड़ रुपये से अधिक का काला धन इकट्ठा किया गया।

➡️ शराब खरीद और बिक्री में रिश्वतखोरी की गई।

➡️ देशी शराब को बिना सरकारी रिकॉर्ड के बेचा गया।

➡️ बड़े डिस्टिलर्स से मोटी रिश्वत लेकर उन्हें बाजार में मनचाही हिस्सेदारी दी गई।

किन लोगों पर लगे हैं आरोप?

ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक—

🔹 अनिल टुटेजा – उन्होंने अपने बेटे यश टुटेजा के नाम पर अवैध रकम निवेश की।

🔹 अरुणपति त्रिपाठी – अपनी पत्नी मंजूला त्रिपाठी के नाम पर रतनप्रिया मीडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम से फर्म बनाई।

🔹 अनवर ढेबर – अपने बेटे और भतीजों के नाम पर काले धन का निवेश किया।

क्या यह भाजपा बनाम कांग्रेस की साजिश?

भूपेश बघेल का कहना है कि यह पूरा मामला भाजपा की एक साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए किया जा रहा है और इस तरह की कार्रवाई केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए हो रही है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चैतन्य बघेल ईडी के सवालों का सामना करने के लिए तैयार हैं? और क्या वाकई कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इतना बड़ा घोटाला हुआ था?

इस मामले पर आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!

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