बिलासपुर GGU नमाज कांड: 155 हिंदू छात्रों को जबरन पढ़वाई नमाज, NSS कोऑर्डिनेटर समेत 8 पर FIR**

**बिलासपुर GGU नमाज कांड: 155 हिंदू छात्रों को जबरन पढ़वाई नमाज, NSS कोऑर्डिनेटर समेत 8 पर FIR**

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी (GGU) में हुए नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने शनिवार को NSS कोऑर्डिनेटर प्रो. दिलीप झा सहित 8 लोगों के खिलाफ कोनी थाने में FIR दर्ज की। छात्रों का आरोप है कि NSS कैंप में 155 हिंदू छात्रों को जबरन नमाज पढ़वाया गया और मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए उनका ब्रेनवॉश करने की कोशिश की गई। इस मामले ने हिंदू संगठनों को आक्रोशित कर दिया, जिन्होंने यूनिवर्सिटी का घेराव कर सख्त कार्रवाई की मांग की।

**क्या है पूरा मामला?**  

26 मार्च से 1 अप्रैल तक कोटा ब्लॉक के शिवतराई में आयोजित NSS कैंप में 159 छात्र शामिल थे, जिनमें केवल 4 मुस्लिम थे। छात्रों का कहना है कि 31 मार्च को ईद-उल-फितर के दिन कोऑर्डिनेटर ने चार मुस्लिम छात्रों को मंच पर बुलाकर नमाज पढ़वाई और बाकी हिंदू छात्रों को इसे दोहराने का आदेश दिया। रोजाना सुबह 6:15 से 7:00 बजे की योगा क्लास में भी नमाज पढ़वाने का दबाव बनाया गया। 

छात्रों ने बताया कि विरोध करने पर उन्हें धमकाया गया और NSS सर्टिफिकेट न देने की चेतावनी दी गई। एक छात्र ने कहा, "हमें डराया गया कि अगर हमने नमाज नहीं पढ़ी तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी और सर्टिफिकेट रोक लिया जाएगा।" 

**पुलिस की कार्रवाई**  

कोनी थाने में दर्ज FIR में NSS कोऑर्डिनेटर प्रो. दिलीप झा, डॉ. मधुलिका सिंह, डॉ. ज्योति वर्मा, डॉ. नीरज कुमारी, डॉ. प्रशांत वैष्णव, डॉ. सूर्यभान सिंह, डॉ. बसंत कुमार और कोर लीडर छात्र आयुष्मान चौधरी नामजद हैं। CSP रश्मित कौर चावला ने बताया कि छात्रों के बयानों के आधार पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है। चूंकि घटनास्थल कोटा थाना क्षेत्र में है, इसलिए केस डायरी कोटा थाने को भेज दी गई है।

**यूनिवर्सिटी में हंगामा, जांच शुरू**  

विवाद बढ़ने पर कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने एक फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी गठित की। 17 अप्रैल को 159 में से 117 छात्रों के बयान दर्ज किए गए। शिकायतकर्ता छात्रों का कहना है कि जांच के दौरान उन्हें एक स्क्रिप्ट दी गई, जिसमें केवल हां-नहीं में जवाब देना था। एक छात्र ने बताया, "हमें अलग से अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया। सिर्फ एक प्रोफेसर ने कहा कि कोई शिकायत हो तो 4 बजे तक उनके ऑफिस आ सकते हैं।"

**हिंदू संगठनों का उग्र प्रदर्शन**  

मामले के सामने आने के बाद ABVP और हिंदू संगठनों ने यूनिवर्सिटी परिसर में 6 घंटे तक प्रदर्शन किया। रजिस्ट्रार ऑफिस में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया और "GGU नहीं बनेगा JNU" जैसे नारे लगाए गए। संगठनों ने कुलपति को हटाने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने NSS की स्थानीय इकाई को भंग कर 12 कोऑर्डिनेटरों को पद से हटा दिया। 

**छात्रों का आरोप: धर्म परिवर्तन की साजिश**  

छात्रों ने आरोप लगाया कि नमाज पढ़वाने का मकसद उन्हें मुस्लिम धर्म में परिवर्तन के लिए मानसिक रूप से तैयार करना था। उन्होंने इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया। इस घटना ने न केवल यूनिवर्सिटी बल्कि पूरे बिलासपुर में सनसनी फैला दी है। 

**आगे क्या?**  

पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन की जांच जारी है। हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों को सजा नहीं मिली तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। इस मामले ने शिक्षा संस्थानों में धार्मिक गतिविधियों और छात्रों की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े कर |

Post a Comment

Previous Post Next Post