प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअली उद्घाटन किया। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम राजस्थान के बीकानेर जिले में पाकिस्तान सीमा से सटे देशनोक रेलवे स्टेशन से आयोजित किया गया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत का रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक युग की ओर अग्रसर है और इसका असर देशभर में दिख रहा है।
उद्घाटन किए गए रेलवे स्टेशनों में छत्तीसगढ़ के 5 स्टेशन – अंबिकापुर, उरकुरा, भिलाई, डोंगरगढ़ और भानुप्रतापपुर शामिल हैं। इन सभी स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिनमें हाईटेक वेटिंग हॉल, डिजिटल टिकट काउंटर, पार्किंग, विशेष वेटिंग एरिया, दिव्यांगों के लिए रैंप जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में उत्सव का माहौल, हुआ स्थानीय आयोजन
उद्घाटन के दौरान अंबिकापुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उरकुरा (रायपुर) में राज्यपाल रमेन डेका, भिलाई में केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, भानुप्रतापपुर में डिप्टी सीएम अरुण साव, और डोंगरगढ़ में सांसद संतोष पांडेय की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित हुए। स्थानीय जनता ने रेलवे स्टेशनों के नए स्वरूप को लेकर खुशी जाहिर की।
पीएम मोदी ने गिनाए रेलवे के आधुनिक पड़ाव
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा,
“आज देश में 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को आधुनिक रूप दिया जा रहा है। मालगाड़ियों के लिए विशेष कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं और वंदे भारत जैसी हाईस्पीड ट्रेनों ने भारतीय रेलवे को नई दिशा दी है।”
उन्होंने कहा कि भारत का विकास आज दुनिया को चौंका रहा है – उत्तर में चिनाब ब्रिज, पूर्व में बोगीबील ब्रिज, पश्चिम में अटल सेतु और दक्षिण में पाम्बन ब्रिज जैसे निर्माण इसकी गवाही देते हैं।
अमृत भारत योजना से बदले रेलवे स्टेशनों के स्वरूप
छत्तीसगढ़ में कुल 32 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है, जिनमें से 5 का काम पूरा कर लिया गया है। राज्य में इन स्टेशनों के नवीनीकरण पर कुल 1680 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत है। इन स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
यात्रियों की नाराजगी भी सामने आई
जहां एक ओर लोग नई सुविधाओं से खुश हैं, वहीं कुछ यात्रियों ने समयपालन को लेकर नाराजगी जताई। डोंगरगढ़ स्टेशन पर यात्री सचिन डोंगरे ने बताया कि ट्रेनों की लेटलतीफी अब भी जारी है और कोविड काल में बंद की गई ट्रेनें अभी तक बहाल नहीं हुई हैं।
5 प्रमुख स्टेशनों पर क्या-क्या बदला?
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अंबिकापुर: प्लेटफॉर्म नया रूप, टिकट विंडो की संख्या 5
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उरकुरा: 7 करोड़ की लागत से A1 श्रेणी की सुविधाएं
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भिलाई: व्यवस्थित पार्किंग, वातानुकूलित वेटिंग हॉल
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डोंगरगढ़: हाईटेक डिजिटल सुविधाएं और नई लाइटिंग
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भानुप्रतापपुर: स्टेशन की इमारत और यात्री सुविधाएं पूरी तरह बदली