दुर्ग/राजनांदगांव। मकान बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से लाखों की ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक मुख्य आरोपी फरार है।
पीड़ित संतोष कुमार देशमुख (52), निवासी ग्राम देवादा (थाना सोमनी, जिला राजनांदगांव) ने बताया कि दुर्ग जिले के अंजोरा क्षेत्र में पोषण निषाद, सकुन निषाद और प्रीति निषाद ने एक मकान बेचने के लिए 46 लाख रुपए में सौदा किया था। सौदे के बाद देशमुख से 17 लाख 70 हजार रुपए नकद व चेक से ले लिए गए और एक इकरारनामा भी तैयार किया गया।
लेकिन अधिक कीमत मिलने की लालच में आरोपियों ने उसी मकान का सौदा वसीम खान और उसकी पत्नी हुस्ना बेगम से 46.5 लाख रुपए में कर दिया और 5 लाख रुपए अग्रिम ले लिए। जब संतोष को इस दूसरी डील की जानकारी मिली, तो उन्होंने हुस्ना बेगम और वसीम खान से रजिस्ट्री रुकवाने की मांग की। इसके बदले में उनसे 5 लाख की भरपाई की शर्त रखी गई, जिसके चलते पीड़ित ने 3.30 लाख रुपए और दिए, फिर भी मकान हुस्ना बेगम के नाम रजिस्ट्री कर दी गई।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
शिकायत मिलने के बाद अंजोरा पुलिस चौकी में IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत अपराध क्रमांक 196/2025 दर्ज किया गया। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से दो अलग-अलग सौदे किए और दोनों पक्षों से रकम वसूल ली।
12 जून 2025 को हुस्ना बेगम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। बाकी तीन आरोपी पोषण निषाद, सकुन निषाद और प्रीति निषाद फरार चल रहे थे, जिन्हें 24 जून को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल कर लिया और ठगी की रकम में से 5,500 रुपए पुलिस ने जब्त किए। बाकी राशि खर्च हो चुकी बताई गई।
फिलहाल मुख्य आरोपी वसीम खान फरार है, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब संपत्ति से जुड़ी सभी दस्तावेजों की जांच कर रही है और पीड़ित को न्याय दिलाने की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है।