दुर्ग, 26 जून 2025
दुर्ग जिले में पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष अभियान ऑपरेशन तलाश के अंतर्गत 541 गुमशुदा व्यक्तियों को ढूंढकर सकुशल उनके परिजनों से मिलाया गया। यह अभियान 1 जून से 30 जून 2025 तक चला और इसकी निगरानी स्वयं एसपी विजय अग्रवाल कर रहे थे।
इस एक माह चले सघन अभियान में जिले के विभिन्न थानों से दर्ज गुमशुदगी की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीमों ने देश के कई राज्यों में फैले इलाकों में जाकर लापता व्यक्तियों की खोजबीन की। परिणामस्वरूप, 541 लोगों को विभिन्न स्थानों से सुरक्षित बरामद कर जिले के थानों में दस्तयाब किया गया।
थानों की सक्रिय भूमिका रही अहम
अभियान में जामुल थाना ने सबसे अधिक सक्रियता दिखाई, जहां 80 से अधिक गुम इंसानों को वापस लाया गया। इसके अलावा कोतवाली थाना में 47 और सुपेला थाना में 35 से अधिक गुमशुदा व्यक्तियों को उनके परिजनों से मिलवाया गया।
प्रशंसा और सम्मान का आयोजन
अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित करने हेतु एक कार्यक्रम पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर 6 में आयोजित किया गया। इसमें जामुल थाना प्रभारी राजेश मिश्रा, कोतवाली थाना प्रभारी ममता अली शर्मा और सुपेला थाना प्रभारी विजय यादव को एसपी विजय अग्रवाल ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, डीएसपी, सभी थाना प्रभारी और पुलिस स्टाफ की उपस्थिति रही। इस अवसर पर एसपी विजय अग्रवाल ने कहा, “हर गुम इंसान को वापस उसके परिवार तक पहुंचाना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। ऑपरेशन तलाश सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि विश्वास की पुनर्स्थापना है।”
जन सहयोग भी रहा महत्वपूर्ण
गुमशुदा व्यक्तियों की बरामदगी में आम नागरिकों से प्राप्त सूचना, सीसीटीवी फुटेज, रेलवे और बस अड्डों से मिले सुरागों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समाज में जागरूकता और भरोसे का संचार
यह अभियान न सिर्फ पुलिस की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि समाज में सुरक्षा और भरोसे की भावना को भी मजबूत करता है। दुर्ग पुलिस का यह प्रयास एक मिसाल बनकर सामने आया है, जिसे राज्य के अन्य जिलों में भी लागू किए जाने की संभावना जताई जा रही है।