कोरबा, 1 जुलाई — जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर्स डे के अवसर पर एक प्रेरणादायक पहल देखने को मिली, जहां डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने मानवता की सेवा में रक्तदान कर मिसाल कायम की। इस विशेष अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर में डॉक्टरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और 150 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।
शिविर की खास बात यह रही कि 20 से अधिक वरिष्ठ डॉक्टरों ने न केवल स्वयं रक्तदान किया, बल्कि मेडिकल छात्रों को भी इसके लिए प्रेरित किया। एमडी पैथोलॉजी डॉ. रविकांत राठौर, जो पिछले 11 वर्षों से इस क्षेत्र में सेवा दे रहे हैं, ने उपवास होने के बावजूद 30वीं बार रक्तदान कर मानवता की मिसाल पेश की।
इस आयोजन के प्रमुख समन्वयक डॉ. विशाल सिंह राजपूत ने बताया कि शिविर का उद्देश्य न केवल रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित करना है, बल्कि रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को भी दूर करना है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता, बल्कि इससे रक्तचाप नियंत्रण में रहता है और शरीर के लिए लाभकारी होता है।
शिविर में प्रशिक्षणरत जूनियर डॉक्टर आयुष गुप्ता ने भी अपने वरिष्ठों के मार्गदर्शन में पहली बार रक्तदान किया। उनका कहना है कि इस अनुभव ने उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व को समझाया।
डॉक्टरों ने आम नागरिकों से अपील की कि वे नियमित अंतराल पर रक्तदान करें, ताकि ज़रूरतमंदों को समय पर जीवनदायिनी मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि रक्तदान वास्तव में ‘महादान’ है, जो किसी अनजान व्यक्ति की जान बचा सकता है।
इस पहल ने चिकित्सा समुदाय की सामाजिक भूमिका को एक बार फिर उजागर किया और दिखाया कि डॉक्टर केवल इलाज तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं।