कोरबा जिले में दर्दनाक हादसा: कुआं धंसने से दंपति और बेटे की मौत, 26 घंटे बाद निकाले गए शव SDRF की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से निकाले गए शव, गांव में पसरा मातम




कोरबा (छत्तीसगढ़)। जिले के कटघोरा विकासखंड के बनवार गांव में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक परिवार के तीन सदस्य—पिता, मां और उनका बेटा—कुएं की सफाई और मोटर पंप निकालने के दौरान धंसे कुएं में दब गए। करीब 26 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मंगलवार दोपहर तीनों के शव बाहर निकाले गए।

घटना सोमवार सुबह करीब 6 बजे हुई।
परिजनों के मुताबिक, सुबह जब घर के अन्य सदस्य उठे, तो देखा कि हाल ही में खुदवाया गया कुआं पूरी तरह धंसा हुआ था। पिता-पुत्र और मां का कोई अता-पता नहीं था। तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने जब जांच की तो हादसे की पुष्टि हुई।

SDRF का रेस्क्यू अभियान चला 26 घंटे
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और SDRF की टीम मौके पर पहुंची। शुरुआती प्रयासों में बारिश और लगातार मिट्टी धंसने के चलते रेस्क्यू रोकना पड़ा। रात ढाई बजे तक चले प्रयास असफल रहे। मंगलवार सुबह दोबारा ऑपरेशन शुरू किया गया। कुएं के समानांतर खुदाई करके शवों को बाहर निकाला गया।

25 फीट नीचे मिला पूरा परिवार
रेस्क्यू टीम के मुताबिक, तीनों शव कुएं की गहराई में करीब 25 फीट नीचे दबे मिले। सबसे पहले पिता का शव निकाला गया, इसके बाद मां और फिर बेटे की लाश बाहर लाई गई। शवों की हालत देखकर गांव वालों की आंखें भर आईं।

गांव में पसरा मातम, हर आंख नम
बनवार गांव में इस हादसे के बाद गहरा शोक व्याप्त है। मृतकों के नाम की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन स्थानीय लोग उन्हें मेहनती और सरल स्वभाव का बताते हैं। दो महीने पहले ही उन्होंने यह कुआं खुदवाया था ताकि खेतों की सिंचाई में सहूलियत हो सके।

प्रशासन ने किया मुआवजे का वादा
घटना के बाद जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया गया है। स्थानीय तहसीलदार व राजस्व अमले ने मौके का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है।

जांच के आदेश, निर्माण एजेंसी पर सवाल
अब इस हादसे को लेकर यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या कुएं की खुदाई तकनीकी मानकों के अनुरूप हुई थी? दो महीने में ही कुआं धंस जाना गुणवत्ता पर सवाल खड़े करता है। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

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