धमतरी, छत्तीसगढ़।
धमतरी जिले के बोराई थाना क्षेत्र अंतर्गत चिलगुड़रा गांव के पास स्थित जंगल में मंगलवार को एक महिला का कंकाल मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। उक्त महिला की पहचान बसंता बाई नेताम (50 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बीते 27 जून से लापता थी। कंकाल की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी अवशेषों को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस अब इस रहस्यमयी मौत की तह तक पहुंचने में जुट गई है।
जंगल में दिखा मानव कंकाल, ग्रामीणों ने दी सूचना
मंगलवार को कुछ ग्रामीण चिलगुड़रा गांव के पास जंगल में लकड़ियां लेने गए थे। इसी दौरान उन्होंने पेड़ों के बीच एक मानव कंकाल देखा, जिसकी हालत बेहद डरावनी थी। घबराए ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना बोराई थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पूरे इलाके को घेराबंदी कर जांच शुरू की।
सिर की खोपड़ी, रीढ़ की हड्डी और बाल बरामद
मौके पर जांच कर रही पुलिस को कंकाल के अवशेषों में सिर की खोपड़ी, रीढ़ की हड्डी, कुछ बाल और कपड़े बरामद हुए हैं। इन कपड़ों के आधार पर महिला की पहचान बसंता बाई नेताम के रूप में हुई, जो बोराई गांव की निवासी थीं। बताया जा रहा है कि बसंता बाई 27 जून 2025 से लापता थीं, और उनके परिजनों ने उसी दिन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
बसंता बाई के गायब होने से परिवार था परेशान
बसंता बाई के अचानक लापता होने से परिवार पहले ही सदमे में था। परिजनों ने बताया कि वह दोपहर को घर से निकली थीं लेकिन वापस नहीं लौटीं। परिजनों और ग्रामीणों ने उन्हें ढूंढ़ने का काफी प्रयास किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अब करीब एक महीने बाद जब उनका कंकाल मिला है तो परिवार में मातम छा गया है।
कपड़ों से हुई पहचान, लेकिन मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं
टीआई चक्रधर बाघ ने बताया कि, “कपड़ों और शारीरिक संरचना से महिला की पहचान बसंता बाई नेताम के रूप में की गई है। उनके परिजनों ने भी कपड़ों और अन्य आधारों पर पहचान की पुष्टि की है। हालांकि, मौत किन परिस्थितियों में हुई है, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। सभी अवशेषों को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।”
हत्या, आत्महत्या या हादसा? पुलिस कर रही जांच
फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि बसंता बाई की मौत किसी हादसे की वजह से हुई, उन्होंने आत्महत्या की, या फिर किसी ने उनकी हत्या की है। जंगल में शव का इस तरह से पाया जाना संदेह की स्थिति को जन्म दे रहा है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। टीआई चक्रधर बाघ ने कहा, “हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।”
इलाके में फैली दहशत, सुरक्षा को लेकर सवाल
इस घटना के बाद चिलगुड़रा और आसपास के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि जंगल में किसी महिला का कंकाल मिलना बेहद खतरनाक संकेत है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि क्षेत्र में कोई अपराधी या शिकारियों का गिरोह सक्रिय हो सकता है, जो निर्दोष लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं।
आगे की कार्रवाई रिपोर्ट आने के बाद
पुलिस का कहना है कि कंकाल से जुड़े सभी नमूने फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेज दिए गए हैं। वहां से जो भी रिपोर्ट आएगी, उसी के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, महिला के मोबाइल कॉल डिटेल, बैंक ट्रांजेक्शन और रिश्तेदारों से पूछताछ भी की जाएगी ताकि यह पता चल सके कि वह किससे मिल रही थी और लापता होने से पहले उसकी गतिविधियां कैसी थीं।