कबीरधाम में गौ-रक्षकों की गिरफ्तारी के विरोध में बजरंग दल का प्रदर्शन तेज, कांग्रेस ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर किया चक्काजाम


 

कबीरधाम, छत्तीसगढ़ | जिले में मंगलवार को दो अलग-अलग मामलों को लेकर माहौल गर्मा गया। एक ओर गौ-रक्षकों की गिरफ्तारी के विरोध में बजरंग दल और गौ-रक्षक संगठनों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ नेशनल हाईवे-30 पर चक्काजाम कर दिया।

गौ-रक्षकों की गिरफ्तारी पर फूटा आक्रोश

बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि 12 जुलाई को गौ-रक्षा के नाम पर जिन कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया गया, वह पूरी तरह से झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं। इस घटना में आनंद चंद्रवंशी नामक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।

पीड़ित की शिकायत पर सिटी कोतवाली में धारा 115(2), 191(2), 191(3), 296, 331(6), 351(3) के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के बाद 17 जुलाई को पुलिस ने सागर साहू और पूरन पाली को गिरफ्तार किया और पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

नगाड़े और सिर मुंडवाकर अनोखा विरोध

गिरफ्तारी के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ता 19 जुलाई से भारत माता चौक पर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। मंगलवार को उन्होंने अनोखा प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता नगाड़े बजाते हुए गौवंश के सामने पहुंचे और सिर मुंडवाया। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नाराज़गी जताई और आरोप लगाया कि यह मामला सामाजिक दबाव में दर्ज किया गया है।

बजरंग दल नेताओं का कहना है कि यह पूरी कार्रवाई एकतरफा है और हिंदू संगठनों को निशाना बनाने की साजिश है। उन्होंने मांग की है कि झूठे मुकदमे को वापस लिया जाए और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो।

प्रशासन की सफाई

डीएसपी कृष्ण कुमार चंद्राकर ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजरंग दल द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष तरीके से जांच कर रही है और किसी भी पक्ष के दबाव में नहीं है।

कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर बवाल

दूसरी ओर, कांग्रेस ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे-30 पर चक्काजाम कर दिया। जिले के कांग्रेस पदाधिकारी, एनएसयूआई और महिला कांग्रेस की इकाई भी इस प्रदर्शन में शामिल रही।

प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए चैतन्य बघेल को तत्काल रिहा करने की मांग की। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार विपक्ष को दबाने के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने चैतन्य की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया।

चेतावनी: आंदोलन और उग्र होगा

कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि चैतन्य बघेल को जल्द रिहा नहीं किया गया तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा। उन्होंने कहा कि सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन देर शाम तक जारी रहा, जिसके कारण हाईवे पर यातायात बाधित रहा और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल

इन दोनों घटनाओं से जिले में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। प्रशासन एक तरफ समाज में शांति बनाए रखने का प्रयास कर रहा है, तो वहीं लगातार हो रहे प्रदर्शनों से तनाव का माहौल बनता जा रहा है। पुलिस ने प्रदर्शन स्थलों पर अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

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