दुर्ग | बुधवार, 2 जुलाई 2025
दुर्ग संभागायुक्त एस. एन. राठौर ने मंगलवार को संभाग स्तरीय अधिकारियों की बैठक में समय सीमा से लंबित फाइलों की प्रगति की गहन समीक्षा करते हुए अनेक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। राठौर ने कहा कि “लापरवाही या विलंब अब बर्दाश्त नहीं होगा—सभी विभाग 15 दिन के भीतर लंबित प्रकरणों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।”
स्कूलों के इर्द‑गिर्द नशे पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’
बैठक के दौरान राठौर ने स्कूल शिक्षा के संयुक्त संचालक से पूरे संभाग के शैक्षणिक परिसरों के आसपास मादक पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से अभियान चलाने को कहा। उन्होंने एनसीसी, एनएसएस और स्काउट‑गाइड इकाइयों के सहयोग से नशा‑विरोधी जागरूकता रैली, पोस्टर‑अभियान और नुक्कड़ नाटक आयोजित करने की भी हिदायत दी। “स्कूलों के पास संदिग्ध दुकानों की पहचान कर उन्हें हटाने की कार्रवाई 7 दिन में प्रारंभ की जाए,” संभागायुक्त ने स्पष्ट किया।
शिक्षकों का अटैचमेंट होगा समाप्त
राठौर ने प्रतिनियुक्ति पर गैर‑शिक्षकीय कार्यों में लगे शिक्षकों को मूल पदस्थापना स्कूलों में तुरंत लौटाने के निर्देश दिए। उन्होंने चेताया कि “यदि किसी शिक्षक का अटैचमेंट 31 जुलाई तक खत्म नहीं होता, तो संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह होंगे।”
छात्र सेवाओं में पारदर्शिता
उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि छात्रों के आय, जाति, निवास एवं जन्म प्रमाण‑पत्र की प्रक्रियाएं स्कूल स्तर पर ही सहज ढंग से पूरी हों। प्रमाण‑पत्रों में देरी या अनियमितता पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
सुशासन तिहार: शत‑प्रतिशत निराकरण का लक्ष्य
सुशासन तिहार कार्यक्रम के तहत राठौर ने राजस्व, सहकारिता और जल संसाधन सहित सभी विभागों को प्राप्त शिकायतों का ७ अगस्त तक शत‑प्रतिशत समाधान सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही, हर पंचायत में सरकारी समितियों के गठन की प्रगति रिपोर्ट भी मांगी गई।
नए सरकारी भवन तुरंत ‘हैंड‑ओवर’ होंगे
जल संसाधन और लोक निर्माण के अधिकारियों को नवनिर्मित शासकीय भवनों को संबंधित विभागों को शीघ्र हैंड‑ओवर करने का आदेश दिया गया, ताकि परिसंपत्तियों का समय पर उपयोग शुरू हो सके।
बैठक में उप आयुक्त (राजस्व), जल संसाधन के अधीक्षण अभियंता, संयुक्त पंजीयक (सहकारिता), संयुक्त संचालक (शिक्षा) सहित सभी संभाग स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। राठौर ने अंत में दो‑टूक कहा, “लक्ष्य स्पष्ट हैं—समयसीमा, पारदर्शिता और जिम्मेदारी। कार्य में लापरवाही पर किसी भी स्तर पर कठोर कार्रवाई निश्चित है।