कोरबा। जिले में अवैध शराब के खिलाफ पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पुलिस लाइन परिसर में बड़ी मात्रा में जब्त की गई शराब को नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी की गई। विभिन्न थानों से बरामद 222 प्रकरणों में जब्त कुल 2,045 लीटर अवैध शराब को कलेक्टर की ओर से गठित समिति की मौजूदगी में नष्ट किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नष्ट की गई शराब में 1,048.91 लीटर महुआ शराब, 334.76 लीटर देशी शराब और 421 लीटर अंग्रेजी शराब शामिल रही। इसके अलावा 13 बोतल बियर भी इस प्रक्रिया में नष्ट की गई। शराब की कुल अनुमानित कीमत लगभग 11 लाख रुपये आंकी गई है।
सबसे अधिक प्रकरण पाली और कोतवाली क्षेत्र से
शराब नष्टीकरण की इस कार्रवाई में सबसे अधिक 73 प्रकरण पाली थाना क्षेत्र से जुड़े रहे। वहीं, 33 प्रकरण कोतवाली थाना क्षेत्र के थे। इसके अलावा जिले के अन्य थानों से भी कई मामलों में जब्त शराब को शामिल किया गया। इस तरह वर्षों से थानों में जमा शराब का प्रभावी निपटारा संभव हो सका।
पर्यावरण बोर्ड की अनुमति से हुई कार्रवाई
शराब नष्ट करने की यह प्रक्रिया पर्यावरण संरक्षण मंडल से प्राप्त प्रमाण-पत्र के आधार पर संपन्न की गई। पूरी कार्रवाई की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई, ताकि भविष्य में रिकॉर्ड सुरक्षित रहे। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पारदर्शिता के साथ यह कार्य किया गया।
एडिशनल एसपी ने दी जानकारी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर ने बताया कि इस साल जून 2025 में भी बड़े स्तर पर शराब नष्ट की गई थी। उस दौरान जिले भर में लगभग 9,911 लीटर अवैध शराब का नष्टीकरण किया गया था। उन्होंने बताया कि न केवल शराब बल्कि लावारिस वाहनों और अन्य जब्त सामग्री का भी निराकरण किया जा रहा है।
वाहनों और विसरा मामलों का निपटान
शराब नष्ट करने के अलावा जिले में 852 लावारिस वाहनों की नीलामी भी की गई है। साथ ही 652 विसरा मामलों का निपटान कर इन्हें वैज्ञानिक तरीके से नष्ट किया गया है। इससे लंबे समय से लंबित मामलों का समाधान हो सका है और थानों में जगह भी खाली हुई है।
थानों में स्वच्छता और सुव्यवस्था
जिन थानों में वर्षों से जब्त शराब, वाहन और अन्य सामग्री जमा थी, वहां जगह की कमी और अव्यवस्था बनी रहती थी। इस कार्रवाई से थानों में स्वच्छता और सुव्यवस्था कायम हुई है। पुलिस कर्मियों के कार्यस्थल पर भी सुरक्षित और व्यवस्थित वातावरण तैयार हुआ है।
अवैध कारोबार पर लगाम का प्रयास
जिले में अवैध शराब के खिलाफ यह कार्रवाई केवल नष्टीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे तस्करी और कारोबार करने वालों को सख्त संदेश भी दिया गया है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि जब्त शराब का नियमित निपटान करने से अपराधियों के हौसले कमजोर होंगे और कानून व्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
आगे भी जारी रहेंगी सख्ती
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध शराब की बिक्री और परिवहन को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और पकड़े जाने वाले मामलों में जब्ती के साथ-साथ दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जनता से सहयोग की अपील
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अवैध शराब की जानकारी तुरंत नजदीकी थाने को दें। जानकारी साझा करने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। इस तरह की सामूहिक पहल से समाज में नशे के दुष्प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी और नई पीढ़ी को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध हो सकेगा।
इस पूरी कार्रवाई से स्पष्ट है कि कोरबा जिला प्रशासन और पुलिस, अवैध कारोबार के खिलाफ ठोस और निरंतर कदम उठा रही है। आने वाले समय में इस तरह की कार्रवाई से न केवल अपराध पर लगाम लगेगी बल्कि समाज में जागरूकता और कानून व्यवस्था की मजबूती भी बढ़ेगी।