रायपुर में पंजाब कनेक्शन से हेरोइन तस्करी का खुलासा, छह गिरफ्तार


 

रायपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े ड्रग्स नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह का सीधा तार पंजाब और हरियाणा से जुड़ा हुआ है, जहां से पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाकर रायपुर में सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने इस कार्रवाई में दो महिलाओं समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक युवती सीए की छात्रा है, जबकि एक आरोपी अपनी पत्नी के साथ इस धंधे में शामिल था।

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के पास से 273.19 ग्राम हेरोइन जब्त की गई है, जिसकी कीमत करीब 57 लाख रुपए आंकी गई है। इसके अलावा आरोपियों से एक दोपहिया वाहन और पांच मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं।

इस तरह होता था ड्रग्स का कारोबार

जांच में सामने आया कि तस्कर हेरोइन को सुरक्षित पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते थे। चाय के डिस्पोजल कप, चॉकलेट के रैपर, गुटखा पाउच और माचिस की डिब्बियों में ड्रग्स पैक करके लाया जाता था, ताकि शक न हो। पुलिस ने बताया कि पंजाब से दो युवक समय-समय पर ट्रेन से रायपुर आकर माल छोड़ते थे और तुरंत वापस लौट जाते थे। इसके अलावा ट्रक और बस जैसे साधनों का भी इस्तेमाल किया जाता था।

मुख्य आरोपी मनमोहन सिंह संधू उर्फ जग्गू का सीधा संपर्क पंजाब और हरियाणा के तस्करों से था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह खुद कई बार ट्रक में ड्रग्स छिपाकर पंजाब से रायपुर लाता था। यही नहीं, पिछले ढाई सालों में उसने लगभग दो करोड़ रुपए की हेरोइन बेची है और 200 से अधिक लोग उसके नियमित ग्राहक बने हुए थे। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि उसके बैंक खाते में 250 बार संदिग्ध लेनदेन हुआ है।

डिलीवरी में लड़कियों का इस्तेमाल

इस नेटवर्क में युवतियों की भूमिका भी अहम रही। पुलिस के अनुसार, डिलीवरी के दौरान लड़कियां नशे का सामान किसी जगह पर रखकर उसकी फोटो और लोकेशन भेज देती थीं। इसके बाद ग्राहक वहां से आसानी से सामान उठा लेते थे। इस तरीके से आरोपियों ने लंबे समय तक पुलिस को गुमराह किया। गिरफ्तार सीए छात्रा का इस्तेमाल भी इसी काम में किया जा रहा था।

संयुक्त टीम की कार्रवाई

21 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि वेदांत वाटिका के पास एक व्यक्ति हेरोइन बेचने की फिराक में खड़ा है। इस पर कबीर नगर थाना और क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी कर आरोपी मनमोहन सिंह संधू को पकड़ा। उसकी तलाशी में हेरोइन मिली। पूछताछ में उसने अपने नेटवर्क का खुलासा किया, जिसके आधार पर पुलिस ने वीर सावरकर नगर, जरवाय तालाब और आरडीए कॉलोनी में छापेमारी कर अन्य आरोपियों—जसप्रीत कौर, विजय मोटवानी, नितिन पटेल और दिव्या जैन को पकड़ा।

पुलिस का बयान

रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपी 19 से 30 वर्ष की उम्र के हैं। इनमें दो कॉलेज छात्र भी शामिल हैं। आरोपियों के बैंक खातों में ड्रग्स से जुड़े पैसों का लेनदेन मिला है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट की धारा 21बी, 21सी, 29 और बीएनएस की धारा 111 के तहत केस दर्ज किया है।

इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पंजाब से लेकर छत्तीसगढ़ तक फैला नशे का जाल कितना गहरा है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है।

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