मड़कड़ा और झबड़ी गांव के बीच खूनी संघर्ष: एक की मौत, एक गंभीर, पुलिस पर पथराव बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़ | 3 अगस्त 2025


 

बलौदाबाजार जिले में शनिवार को मड़कड़ा और झबड़ी गांव के बीच एक पुरानी रंजिश ने भयानक रूप ले लिया, जब दोनों गांवों के लोगों के बीच झड़प के दौरान जमकर मारपीट हुई। इस हिंसक संघर्ष में झबड़ी गांव निवासी 24 वर्षीय त्रिलोकचंद कौशिक उर्फ नानू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी 27 वर्षीय मेमचंद कौशिक गंभीर रूप से घायल हो गया है। मेमचंद की स्थिति नाजुक बताई जा रही है और उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन स्थिति संभालने के बजाय और बिगड़ गई। कसडोल थाना क्षेत्र की पुलिस जब देर रात मड़कड़ा गांव में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पहुंची, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। इस हमले में पुलिस की दो गाड़ियों के शीशे चकनाचूर हो गए और पुलिस टीम को तीन से चार घंटे तक गांव में ही घेर कर रखा गया।

स्थिति को गंभीर होता देख एएसपी अभिषेक सिंह अतिरिक्त फोर्स के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दो आरोपियों को हिरासत में लिया। लेकिन गांववालों ने आरोपियों को पुलिस के साथ जाने से रोकने की भी भरपूर कोशिश की, जिससे तनाव और बढ़ गया।

पुलिस पर हमला और गांव में तनाव

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिन आरोपियों को पकड़ा गया है, उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया है। गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं, तीन अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी देर रात होने के कारण उन्हें अदालत में पेश नहीं किया जा सका। पुलिस जल्द ही उन्हें भी कोर्ट में पेश करेगी।

इस हिंसक घटना के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ गंभीर धाराओं में आपराधिक मामला दर्ज किया है। पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच की जा रही है। स्थिति को नियंत्रण में रखने और किसी भी संभावित हिंसा को रोकने के लिए गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

मृतक के परिवार में मातम, गांव में सन्नाटा

त्रिलोकचंद कौशिक की मौत से झबड़ी गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं दूसरी ओर मेमचंद कौशिक की हालत को लेकर चिंता बनी हुई है, जिसे फिलहाल रायपुर के अस्पताल में आईसीयू में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

गांव के लोगों का कहना है कि यह रंजिश कई वर्षों से चली आ रही थी, लेकिन बीते कुछ महीनों से दोनों गांवों के बीच तनाव और बढ़ गया था। दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद, आपसी मनमुटाव और व्यक्तिगत दुश्मनी जैसी कई पुरानी घटनाएं इस हिंसक संघर्ष की पृष्ठभूमि में सामने आ रही हैं।

प्रशासन की सख्त निगरानी

बलौदाबाजार पुलिस प्रशासन और जिला कलेक्टर ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। गांवों में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। साथ ही लोगों से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है।

पुलिस के आला अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और कहा गया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। गांव में CCTV कैमरे, ड्रोन निगरानी और इंटेलिजेंस तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है ताकि कोई भी असामाजिक तत्व माहौल खराब न कर सके।

Post a Comment

Previous Post Next Post