रायपुर और जांजगीर-चांपा जिले में शनिवार रात दो अलग-अलग सड़क हादसों ने तीन परिवारों की खुशियां छीन लीं। तेज रफ्तार और लापरवाही से हुई इन घटनाओं ने न सिर्फ गांव को हिलाकर रख दिया बल्कि मृतकों के परिजनों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
रायपुर में खड़े ट्रक से टकराई बाइक
रायपुर जिले के गोबरा नवापारा थाना क्षेत्र के नवागांव-रायपुर रोड पर देर रात दर्दनाक हादसा हुआ। नवागांव निवासी 40 वर्षीय डेमन साहू और जितेंद्र ध्रुव नाम के दो दोस्त बाइक से घर लौट रहे थे। दोनों शाम को किसी काम से गांव से बाहर गए थे और रात करीब 9:15 बजे वापसी के दौरान उनकी बाइक सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा टकराई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक लोहे की छड़ों से भरा हुआ था और वह अंधेरे में बिना किसी चेतावनी संकेत के खड़ा था। तेज रफ्तार बाइक सवार ट्रक को देख नहीं पाए और पिछले हिस्से से टकरा गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों का सिर फट गया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हादसे के बाद आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पर नवापारा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और आगे की जांच में जुटी है।
गांव में पसरा मातम
डेमन साहू और जितेंद्र ध्रुव दोनों अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। उनकी अचानक मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों में भी भारी आक्रोश है कि ट्रक चालक ने अंधेरे में गाड़ी खड़ी करने के बावजूद कोई संकेतक नहीं लगाया। लोगों ने कहा कि अगर ट्रक पर रिफ्लेक्टर या लाइट जल रही होती तो शायद दोनों की जान बच सकती थी।
जांजगीर-चांपा में आमने-सामने भिड़े वाहन
इसी दिन दूसरा हादसा जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र में हुआ। कोसला-भदरा मार्ग स्थित कोसाबाड़ी के पास स्कूटी और बाइक की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस हादसे में 25 वर्षीय अजीत कश्यप की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, अजीत कश्यप अपने परिचित उमेंद्र पटेल और उसके बेटे शंकर पटेल के साथ बाइक पर सवार होकर पामगढ़ से कोसला लौट रहा था। वहीं, पनगांव निवासी युवराज साहू स्कूटी से भदरा के बाजार में सब्जी बेचने जा रहा था। रास्ते में दोनों वाहन आमने-सामने टकरा गए।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि अजीत कश्यप को सिर पर गंभीर चोटें आईं। उमेंद्र पटेल, शंकर पटेल और स्कूटी चला रहा युवराज भी घायल हो गए। सभी घायलों को पहले पामगढ़ सीएचसी अस्पताल ले जाया गया। वहां से अजीत को गंभीर हालत में बिलासपुर सिम्स रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का इलाज जारी है।
पुलिस जांच जारी
पामगढ़ थाना प्रभारी मनोहर सिन्हा ने बताया कि मामले में अपराध दर्ज कर लिया गया है। पुलिस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है और घायलों के बयान दर्ज किए जाएंगे। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर रोशनी और सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण ऐसे हादसे बार-बार हो रहे हैं।
सड़क हादसों पर सवाल
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सड़कों पर सुरक्षा इंतजाम कितने नाकाफी हैं। ट्रक चालक की लापरवाही और सड़क पर रिफ्लेक्टर या लाइट की कमी जानलेवा साबित हो रही है। दूसरी ओर, तेज रफ्तार भी इन हादसों की बड़ी वजह है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वाहन चालक सावधानी बरतें और सड़क पर खड़े वाहनों को उचित संकेतक लगाकर छोड़ा जाए तो हादसों की संख्या कम हो सकती है।
इन हादसों में तीन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। गांव में मातम पसरा है और लोग सुरक्षित यातायात नियमों की जरूरत पर जोर दे रहे हैं।