रायपुर के नरदहा गांव में 17 वर्षीय सूरज यादव की आत्महत्या के मामले ने ग्रामीणों और प्रशासन का ध्यान खींचा है। पुलिस के अनुसार, युवक ने आर्थिक परेशानियों के कारण शुक्रवार तड़के पेड़ पर फंदा लगाकर जान दे दी। मृतक के परिजनों ने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
परिजनों ने बताया आर्थिक संकट
सूरज यादव गांव में एक छोटी चाय की दुकान चलाता था, लेकिन लॉकडाउन और आर्थिक मंदी के कारण उसका व्यवसाय ठप हो गया था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह कर्ज के बोझ तले दब गया था और बार-बार नौकरी की तलाश में असफल रहा। पुलिस ने अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद किया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में आर्थिक तंगी को प्रमुख वजह माना जा रहा है।
प्रशासन ने जांच का आश्वासन दिया
विधानसभा थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। स्थानीय नेताओं ने ग्रामीणों से आगे आकर ऐसे युवाओं की मदद करने की अपील की है। मृतक के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता देने की भी मांग उठ रही है।
मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता की जरूरत
इस घटना के बाद सामाजिक संगठनों ने ग्रामीण इलाकों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आर्थिक संकट और अवसाद से जूझ रहे युवाओं को परामर्श और सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। मामले में युवक के रिश्तेदारों से पूछताछ जारी है।