रायपुर केंद्रीय जेल से गुरुवार को एक कैदी फरार हो गया, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। फरार कैदी चंद्रवीर सिंह वर्ष 2021 से एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा काट रहा था। यह घटना दोपहर करीब 2 से 2:30 बजे के बीच हुई, जब कुछ कैदियों को जेल परिसर में निर्माणाधीन महिला जेल के पास वेल्डिंग का काम करने के लिए ले जाया गया था। इस दौरान चंद्रवीर सिंह ने जेलकर्मियों को चकमा देकर मौके से फरार होने में सफलता पा ली।
सूत्रों के अनुसार, जेल प्रशासन ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त थी, फिर भी कैदी के फरार होने की घटना ने सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जेल के अधिकारियों ने तुरंत ही फरार कैदी की तलाश शुरू कर दी है और आसपास के क्षेत्रों में नाकाबंदी की गई है। पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया है ताकि कैदी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
जानकारी के अनुसार, चंद्रवीर सिंह एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपित था और उसे जेल में रहते हुए कई बार काम पर लगाया गया। गुरुवार को भी अन्य चार कैदियों के साथ उसे वेल्डिंग कार्य के लिए ले जाया गया था। अधिकारियों का कहना है कि कैदी ने माहिर तरीके से जेलकर्मियों को चकमा दिया और अपने फरारी के रास्ते तलाशे। यह घटना यह दर्शाती है कि जेल सुरक्षा में खामी रही और इसके कारण कैदी को भागने का मौका मिल गया।
जेल प्रशासन ने इस मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी है। जांच में यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कैदी के फरार होने में किस प्रकार की चूक हुई। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कदम उठाने की योजना बनाई जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि पूरे परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सभी कैदियों पर नजर रखी जा रही है।
राज्य पुलिस ने आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। पुलिस बल को फरार कैदी की पहचान और उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि यदि किसी ने कैदी को देखा है तो तुरंत सूचना दें।
फरारी की घटना के बाद जेल कर्मचारियों और प्रशासन के बीच काफी तनाव देखने को मिला है। इस घटना ने जेल की सुरक्षा और प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। राज्य सरकार ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाने का निर्णय लिया है।
फरार कैदी चंद्रवीर सिंह की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस और जेल प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि कैदी को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि जेल सुरक्षा और निगरानी में सुधार की आवश्यकता है। भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए तकनीकी और मानवीय सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की योजना बनाई जा रही है।