रायपुर में महंगी बाइक चलाने के शौक ने एक युवक को अपराध की राह पर ला खड़ा किया। शहर के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों से चोरी की गई बाइक के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने एक स्पोर्ट्स बाइक और एक बुलेट बाइक चोरी की थी। पुलिस ने आरोपी के पास से दोनों बाइक जब्त कर ली हैं, जिनकी कीमत लगभग ढाई लाख रुपये बताई जा रही है।
यह मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है। थाना न्यू राजेन्द्र नगर में चितरंजन सरकार नामक युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह डिलीवरी का काम करता है और 30 जुलाई को अमलीडीह स्थित अपने ऑफिस गया था। उसने अपनी Yamaha R15 बाइक बाहर खड़ी की थी। कुछ समय बाद जब वह बाहर आया तो बाइक गायब थी। काफी तलाश के बाद भी बाइक नहीं मिली, जिसके बाद उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
दूसरी तरफ, थाना मौदहापारा में स्वप्निल मिश्रा नामक युवक ने एक और बाइक चोरी की रिपोर्ट दी थी। उसने बताया कि वह एक बुलेट बाइक चलाता है जो उसके दोस्त के नाम पर रजिस्टर्ड है। 25 जुलाई की रात उसने यह बाइक पूर्ण मेडिकल कॉम्प्लेक्स की पार्किंग में लॉक करके खड़ी की और किसी जरूरी काम से महाराष्ट्र चला गया। जब वह 4 अगस्त को वापस लौटा तो बाइक वहां से गायब थी। दोनों ही मामलों को पुलिस ने गंभीरता से लिया और छानबीन शुरू की।
पुलिस ने इलाके के अलग-अलग स्थानों पर लगे कैमरों की मदद से संदिग्ध की पहचान की और लगातार निगरानी के बाद आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार युवक का नाम फैजान खान उर्फ फज्जू है, जो मौदहापारा क्षेत्र का रहने वाला है। पूछताछ में उसने दोनों बाइक चोरी करने की बात कबूल की। उसने यह भी बताया कि उसे महंगी बाइक चलाने का शौक है, लेकिन खरीदने की आर्थिक स्थिति नहीं थी, इसीलिए उसने चोरी का रास्ता अपनाया।
फैजान पहले से ही इस तरह की वारदातों में शामिल नहीं था, लेकिन बाइक के प्रति उसका आकर्षण उसे गलत दिशा में ले गया। उसने पहले R15 बाइक को निशाना बनाया और फिर दूसरी वारदात में बुलेट बाइक चुराई। वह दोनों बाइक को इस्तेमाल में लाने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
राजेंद्र नगर थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के कब्जे से दोनों चोरी की बाइक जब्त कर ली गई हैं। दोनों वाहन मालिकों को सूचना देकर बाइक सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है और उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि आधुनिक शौक यदि सीमाओं के बाहर चले जाएं तो व्यक्ति को अपराध की दलदल में धकेल सकते हैं। पुलिस ने इस पूरे मामले में बेहद कुशलता से काम करते हुए आरोपी को समय रहते पकड़ लिया, जिससे और कोई बड़ी वारदात होने से पहले ही रोक लग गई।