छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें विदेशी नागरिकों द्वारा भारतीय महिलाओं को झांसे में लेकर लाखों की ठगी की जा रही थी। पुलिस ने इस अंतरराज्यीय ठग गिरोह के तीन सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दो नाइजीरियन नागरिक और एक दक्षिण अफ्रीका मूल का शख्स शामिल है। ये लोग खुद को विदेशी अमीर व्यवसायी बताकर महिलाओं से नज़दीकियां बनाते थे और फिर उन्हें फंसाकर आर्थिक शोषण करते थे।
ऐसे रचते थे जाल
एसपी मोहित गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की कार्यशैली बेहद सुनियोजित थी। वे भारत में फर्जी पहचान का सहारा लेकर महिलाओं से संपर्क स्थापित करते थे। खुद को लंदन, अमेरिका या यूरोप में बसे बड़े बिजनेसमैन या आर्मी अफसर बताकर प्रभावित करते थे। फिर बातचीत को धीरे-धीरे व्यक्तिगत बनाकर भरोसे में लेते थे।
इसी तरह उन्होंने चिचोला क्षेत्र की एक महिला से भी संपर्क किया और कहा कि उन्होंने उसे विदेश से गहनों और अन्य महंगे तोहफों का पार्सल भेजा है। कुछ दिन बाद एक फर्जी कॉल आया, जिसमें खुद को कस्टम अधिकारी बताकर महिला से कहा गया कि उसके नाम से एक विदेशी पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें महंगी ज्वैलरी है। उसे छुड़ाने के लिए तत्काल शुल्क जमा करना होगा।
महिला से ठगे 1.23 लाख रुपये
इस झूठे बहाने से महिला से अलग-अलग खातों में कुल ₹1,23,700 रुपये ट्रांसफर करा लिए गए। लेकिन जब बार-बार रकम मांगी जाने लगी और कोई पार्सल नहीं पहुंचा, तब महिला को ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने राजनांदगांव पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
तकनीकी टीम की मदद से खुला राज
पुलिस की साइबर सेल और तकनीकी टीम ने शिकायत पर गंभीरता से काम किया। कॉल डिटेल, बैंक खातों की जानकारी और ट्रांजेक्शन हिस्ट्री खंगाली गई। इसके बाद दिल्ली में बैठे तीन आरोपियों तक पुलिस की टीम पहुंची। किंग्सले जोसेफ और जॉर्ज चुक्कचुमेका नाम के दो नाइजीरियन और स्टीफन उर्फ लक्की नामक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक को गिरफ्तार किया गया।
बड़ी संख्या में डिजिटल सबूत जब्त
तीनों आरोपियों के पास से 2 लैपटॉप, 14 स्मार्टफोन, 6 कीपैड फोन, 5 एटीएम कार्ड और 32 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। ये सभी उपकरण अलग-अलग पहचान और संपर्क साधनों के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे थे, ताकि किसी एक नंबर या डिवाइस से उनका पूरा नेटवर्क ट्रेस न हो सके।
अभी भी 25 महिलाओं से संपर्क में थे
पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी फिलहाल देशभर की करीब 25 महिलाओं से संपर्क में थे। उनमें से कुछ से उन्होंने पहले ही ठगी कर ली है, जबकि बाकी को फंसाने की प्रक्रिया में थे। एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं क्योंकि यह नेटवर्क काफी बड़ा और संगठित प्रतीत हो रहा है।
पुलिस ने की सतर्क रहने की अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी अजनबी से मिलने वाले किसी भी संदिग्ध प्रस्ताव या उपहार को लेकर सतर्क रहें। किसी अनजान व्यक्ति की बातों में आकर ऑनलाइन पेमेंट या बैंक डिटेल साझा न करें। इस प्रकार की घटनाओं में तत्काल स्थानीय थाने में या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं।