बिलासपुर की सड़कों पर उतरे 'यमराज', हेलमेट और सीट बेल्ट पहनने की दी नसीहत रक्षाबंधन पर शुरू हुई "सुरक्षा का वादा, रक्षा की डोर" मुहिम, ट्रैफिक नियमों के पालन पर ज़ोर


 

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में ट्रैफिक पुलिस और सामाजिक संगठनों ने मिलकर सड़क सुरक्षा को लेकर एक अनोखी पहल की है। रक्षाबंधन के अवसर पर सड़क हादसों को रोकने और लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से "सुरक्षा का वादा, रक्षा की डोर, कानून की ओर" अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान की सबसे अनोखी बात यह रही कि सड़क पर 'यमराज' के रूप में एक कलाकार उतरा, जो लोगों को नियमों के पालन की सीख दे रहा है।

इस अभियान में हेलमेट न पहनने वाले और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को यमराज के अंदाज़ में चेतावनी दी जा रही है। कलाकार ने यमराज का रूप धारण कर बिना हेलमेट वाहन चला रहे लोगों से कहा - "हेलमेट को करोगे बाय, तो यमराज करेंगे हाय।" इसके माध्यम से लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की गई कि लापरवाही मौत को दावत देने जैसी है।

अभियान के दौरान यमराज के साथ सामाजिक संगठनों के सदस्य भी सड़कों पर उतरे। उनके हाथों में सुरक्षा से जुड़े स्लोगन वाली तख्तियां थीं। इन स्लोगनों में लोगों को सड़क पर सतर्क रहने, हेलमेट और सीट बेल्ट पहनने, रेड सिग्नल पर रुकने और लेफ्ट फ्री में बाधा न बनने की अपील की गई।

लोगों की उमड़ी भीड़, यमराज को देखकर हुए आश्चर्यचकित

जब लोगों ने सड़क पर यमराज जैसे परिधान में एक व्यक्ति को देखा, तो वे आश्चर्यचकित हो गए। कई लोग पास आकर फोटो खिंचवाते भी दिखे। हालांकि, यमराज के अंदाज़ में चेतावनी सुनकर कई लोग वाहन रोककर नियमों का पालन करते भी नजर आए।

कुछ चौक-चौराहों पर यमराज ने उन चालकों को फटकार लगाई, जो लेफ्ट फ्री साइड में खड़े होकर ट्रैफिक को बाधित कर रहे थे। उन्हें बताया गया कि ऐसी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। यमराज ने यह भी संकेत दिया कि ऐसे लोगों को यमलोक का रास्ता दिखाने में देर नहीं लगेगी। नतीजतन, कई लोग वहां से हटते नजर आए।

अभियान की प्रमुख बातें

इस मुहिम को रक्षाबंधन तक चलाया जाएगा। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस और सामाजिक संगठन संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे। वे नियमों की जानकारी दिलचस्प तरीके से देंगे ताकि लोग सहजता से उन्हें समझ सकें और अमल कर सकें।

यातायात विभाग के अधिकारी रामगोपाल करियारे (एएसपी ट्रैफिक) ने बताया कि मुख्य उद्देश्य यही है कि लोगों को सड़क सुरक्षा की अहमियत समझाई जा सके। नियमों का पालन करने से न सिर्फ उनका जीवन सुरक्षित रहेगा, बल्कि दूसरों की सुरक्षा भी बनी रहेगी।

अधिकारी ने बताया कि यह पहल अब तक बेहद सकारात्मक रही है। आम लोग भी जागरूक हो रहे हैं और सहयोग कर रहे हैं। आगे चलकर इस अभियान को और व्यापक स्तर पर फैलाया जाएगा।

यातायात पुलिस की सतत पहल

ट्रैफिक विभाग लगातार "ट्रैफिक की पाठशाला" जैसी शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से आम जनता को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी दे रहा है। स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि युवा वर्ग में जागरूकता फैले और हादसों में कमी आए।

इस अनोखे जागरूकता अभियान की हर तरफ सराहना हो रही है। खासकर जब त्योहारों का मौसम है और सड़क पर भीड़ बढ़ जाती है, ऐसे समय में इस तरह की पहल बेहद कारगर साबित हो सकती है।

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