बिलासपुर में गांजा तस्करी का भंडाफोड़: ओडिशा से लाई जा रही थी बड़ी खेप, महिला सरगना और उसका बेटा गिरफ्तार


 

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पुलिस ने गांजा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए मां-बेटे समेत चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सकरी थाना क्षेत्र के चोरभट्ठी गांव में की गई, जहां आरोपियों के पास से करीब 30 किलो गांजा, 2.5 लाख रुपए नगद, दो कार, और मोबाइल फोन समेत कुल 20 लाख रुपए से अधिक का माल बरामद किया गया है।

जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला चोरभट्ठी गांव का है, जहां लंबे समय से गांजे की तस्करी की गतिविधियां संचालित की जा रही थीं। पुलिस को पहले भी यहां एक साधु और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले थे। जांच में यह खुलासा हुआ कि कांति पांडेय (46 वर्ष) और उसका बेटा गिरीश चंद पांडेय (30 वर्ष) इस गिरोह के संचालन में मुख्य भूमिका निभा रहे थे।

तकनीकी निगरानी और ट्रैकिंग से बड़ी कामयाबी

पुलिस ने पिछले कुछ हफ्तों से इन दोनों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी थी। गुरुवार को उन्हें सूचना मिली कि गांव में बड़ी मात्रा में गांजे की नई खेप पहुंचने वाली है। इस पर सकरी थाना पुलिस और साइबर टीम ने संयुक्त रूप से योजना बनाई और तकनीकी इनपुट के आधार पर निगरानी बढ़ा दी।

जैसे ही मां-बेटे की गतिविधियां संदिग्ध लगीं, पुलिस टीम ने उनका पीछा शुरू किया और अंततः चोरभट्ठी गांव के मुसलमान मोहल्ला में उन्हें रंगे हाथों धर दबोचा। उस समय कांति और गिरीश अपने घर के सामने खड़ी कार में गांजा भर रहे थे, जो तस्करों से प्राप्त किया गया था।

दरवाजा बंद कर छिपे, लेकिन पुलिस ने खोला राज

पुलिस को देख कर दोनों आरोपी घर के अंदर घुस गए और दरवाजा बंद कर लिया। लेकिन पुलिस ने मौके पर खड़ी कार की तलाशी ली, जिसमें बोरियों में पैक गांजा मिला। इसके बाद दरवाजा खुलवाया गया और दोनों को हिरासत में ले लिया गया।

पूछताछ के दौरान मां-बेटे शुरू में टालमटोल करते रहे, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उन्होंने कबूल किया कि गांजा ओडिशा के बरगढ़ जिले से लाया गया था। वहां से दिलेश्वर नायक (35 वर्ष) और दीपक गंडा (28 वर्ष) नाम के दो व्यक्ति गांजा लेकर आए थे। बदले में उन्हें 2.5 लाख रुपए नकद भुगतान किया गया था।

भागते समय पुलिस के जाल में फंसे ओडिशा तस्कर

गांजा देने के बाद जब दिलेश्वर और दीपक नगद रकम लेकर ओडिशा पासिंग की अर्टिगा कार में फरार हो रहे थे, तब पुलिस की एक टीम ने उनकी घेराबंदी की। थाने के सामने ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। कार की तलाशी में उनके पास से पूरे 2.5 लाख रुपए नकद बरामद हुए।

चारों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की गई है। कांति पांडेय के खिलाफ पहले भी कवर्धा जिले में गांजा तस्करी का मामला दर्ज है। इस बार भी वह मुख्य सरगना के रूप में सामने आई है।

पुलिस कप्तान की प्रतिक्रिया

इस मामले पर बिलासपुर एसपी ने कहा कि यह कार्रवाई जिला पुलिस की सतर्कता और तकनीकी निगरानी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जब्त सामग्री:

  • गांजा: लगभग 30 किलो

  • नकद राशि: ₹2,50,000

  • वाहन: दो कार (एक अर्टिगा, एक अन्य)

  • मोबाइल और अन्य उपकरण

  • कुल अनुमानित जब्ती: ₹20 लाख

इस कार्रवाई से नशा तस्करों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। पुलिस अब इनके पूरे नेटवर्क और आपूर्ति श्रृंखला की जांच में जुटी है।


Post a Comment

Previous Post Next Post