बिलासपुर: खारुन नदी में मिला बुजुर्ग का शव, दो दिन पहले मंदिर जाने निकला था


 

बिलासपुर (छत्तीसगढ़), 4 अगस्त – बिलासपुर जिले के सीपत थाना क्षेत्र अंतर्गत खारुन नदी से रविवार को एक 72 वर्षीय बुजुर्ग का शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान ग्राम मोहरा निवासी रामरतन साहू के रूप में हुई है, जो दो दिन पहले मंदिर दर्शन के लिए घर से निकले थे और उसके बाद से लापता थे।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर ग्राम पंधी के पास कुछ ग्रामीणों ने नदी के बीच एक शव को बहते हुए देखा। यह दृश्य देखकर मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। तुरंत ही स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना सीपत पुलिस को दी। थाना प्रभारी (टीआई) गोपाल सतपथी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को नदी से बाहर निकालकर पहचान की प्रक्रिया शुरू की।

दो दिन पहले निकले थे मंदिर के लिए

बुजुर्ग रामरतन साहू शुक्रवार सुबह अपने गांव मोहरा से मंदिर जाने के लिए निकले थे। परिजनों ने बताया कि देर रात तक वह घर नहीं लौटे तो उन्होंने आसपास तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। लगातार दो दिन की तलाश के बावजूद जब वह नहीं मिले, तो परिजन काफी चिंतित थे। अंततः रविवार को उनका शव खारुन नदी में बहता मिला।

मौके पर पहुंचे परिजन, पहचान की पुष्टि

पुलिस ने शव बरामद होने की सूचना परिजनों को दी, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की। शव की स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसकी मृत्यु दो दिन पहले ही हो गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई पूरी की और पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया।

प्रथम दृष्टया नदी में गिरने की आशंका

टीआई गोपाल सतपथी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि बुजुर्ग नदी के किनारे फिसलकर गिर गए होंगे और बहाव में बहते हुए ग्राम पंधी के पास पहुंचे होंगे। हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि मौत दुर्घटनावश हुई है या इसके पीछे कोई अन्य कारण है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के सही कारण का पता चल सकेगा।

जांच में जुटी पुलिस

पुलिस अब इस मामले की बारीकी से जांच कर रही है। आसपास के क्षेत्रों से जानकारी जुटाई जा रही है कि क्या किसी ने बुजुर्ग को अंतिम बार देखा था, या किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी है। फिलहाल परिवार वालों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

ग्रामीणों में शोक की लहर

घटना के बाद ग्राम मोहरा और पंधी में शोक की लहर दौड़ गई है। रामरतन साहू गांव के जाने-माने और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। उनकी अचानक हुई मौत से पूरा गांव स्तब्ध है। परिजन भी गहरे सदमे में हैं और लगातार यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिरकार ऐसा क्या हुआ जो रामरतन की जान चली गई।

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